Wednesday, September 14, 2011


सिरसा 14 सितम्बर 2011.
1.) अजीब विडंबना है देश हित में अन्ना के शांतिपूर्ण आन्दोलन को कांग्रेस मंत्रियों व पार्टी ने अवैध/लोकतंत्र के लिए घातक बताया. लेकिन जो आतंकियों को फांसी न हो की मांग कर रहे हैं या जैसे PM ने CM दिल्ली को शहीद भगत सिंह को फांसी देने वाले मुख्य गवाह शोभा सिंह को सम्मानित करने हेतु पत्र लिखा व देश के गृहमंत्री कह रहे हैं की " आतंकवाद से ज्यादा खतरनाक नक्सलवाद है ". क्या यह सब वैध है और वास्तव में इनसे लोकतंत्र को कोई खतरा नहीं है ? टीम अन्ना पर बार-बार प्रहार करने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह क्या उपरोक्त बारे देश को अवगत करवाने का कष्ट करंगे ऐसा देश चाहता है.
2.) विजय चोपड़ा जी आपके अखबार में पेज 1 पर छपी ख़बर " आडवाणी की रथ यात्रा पाखण्ड : हजारे " शुद्ध नहीं है. यह ख़बर तोड़ मरोड़ कर छपी गई है जो वास्तव में भ्रमित करने वाली है. आदरणीय अन्ना ने अपने तीनो इंटरव्यूस में मंत्रियों के न ही तो नाम लिए और न ही पाखंड शब्द का प्रयोग किया.   (ii)  पेज 1 पर " सोनिया ने नहीं की PM से मुलाक़ात " ख़बर भी भ्रमित करने वाली है.  चोपड़ा जी, देश दुनिया को उपदेश देने से कहीं ज्यादा अच्छा है शुद्ध ख़बर देना. कृपया इस और भी ध्यान दीजिए.

No comments:

Post a Comment