Tuesday, October 11, 2011

कांग्रेस के नेता श्री B.K. प्रसाद कहते हैं कि अन्ना को भ्रष्ट लोगों ने घेर रखा है. अन्ना कहते है कि सख्त लोकपाल बनाओ भ्रष्ट लोगों को जेल भिजवाओ.


सिरसा 11 अक्तूबर 2011.
1.) कांग्रेस के नेता श्री B.K. प्रसाद कहते हैं कि अन्ना को भ्रष्ट लोगों ने घेर रखा है. अन्ना कहते है कि सख्त लोकपाल बनाओ भ्रष्ट लोगों को जेल भिजवाओ. कांग्रेस सख्त लोकपाल बना कर जिन भ्रष्ट लोगों  ने अन्ना को घेर रखा है उनको जेल भिजवाने से क्यों गुरेज़ कर रही है ? दाल काली है. 
2.) लगता है हिसार चुनाव में कांग्रेस ने अपनी हार मतदान से पहले मान ली है. इसलिए तो कांग्रेस के वरिष्ठ व कद्दावर नेता श्री दिग्विजय सिंह ने पहले ही कह दिया था कि चुनाव "राष्ट्रिय महत्व" का नहीं है. अब कांग्रेस ने इस चुनाव में दिल्ली, राजस्थान के CM, UP, के एक सांसद व केन्द्रीय मंत्री को बुला कर प्रमाणित कर दिया कि चुनाव नहीं जीता जा सकता. अजीब विडंबना है कि अपने प्रदेश में जो CM अपराधों को नहीं रोक सके वे हिसार चुनाव में कांग्रेस की नैया पार लगाएंगे ? इसके साथ-साथ CM हरियाणा का अपनी विरोधी केंद्रीय मंत्री को बुलाना भी एक प्रमाण है कि कांग्रेस हार मान चुकी है.   
3.) आदरणीय करण थापर साहब, आपने अपने लेख में अन्ना सचेत नहीं है का निर्णय लेते हुए लिखा है कि "अब उनका भविष्य चंचल-चपल पत्रकारों के रहमो करम पर हैयदि वे उनके पक्ष में रहे तो सब ठीक-ठाक रहेगा परन्तु यदि विपरीत चले गए तो....?". आपने तो पत्रकारों का असली चेहरा देश के सामने रख दिया जिसके लिए बहुत-बाह्यत बधाई. आपके लेख ने मीडिया पर लगे आरोप जैसे "मीडिया भ्रष्ट, बिकाऊ, बेईमान, बेशर्म, दलाल, लालची, आदि-आदि" जिसे मीडिया के ईमानदार लोग बहुत पहले स्वीकार कर चुके है पर अपनी स्वीकृति की मोहर लगा दी. जिसके लिए आपकी जितनी तारीफ़ की जाए कम है.   
सिरसा 10 अक्तूबर 2011.
भारत में सबसे ज्यादा आलोचना देश हित में क्रिया करने वालों की होती है. गाँधी जी का कतल व भगत सिंह को फांसी कैसे हुई दुनिया जानती है. आज भी ऐसे लोग हैं जो चाहते हैं आतंकियों को फांसी न हो व सख्त लोकपाल न बने. स्पष्ट है कि देश को तबाह करने वालों का साथ व देश का हित चाहने वालों का विरोध करने वालों की भी कमी नहीं है. यही वजह है कि आज़ादी से पहले देश अंग्रेजों का गुलाम था वह आज भ्रष्टाचार का गुलाम है. इस घिनौने कार्य में हर वर्ग के लोग हैं. देश हितैषी अन्ना जी के साथ जो किया जा रहा है को तो देश देख ही रहा है. सबसे बड़ी ख़ुशी की बात है कि जीत अच्छे लोगों की ही होती है. इसीलिए तो कहा जाता है"अच्छों का बोलबाला-बुरों का मुंह काला".  
सिरसा 09 अक्तूबर 2011.
आखिर कांग्रेस ने जैसी देश को उम्मीद थी हिसार चुनाव में अन्ना टीम से हाथा-पाई करके वैसा ही अपनी परम्परानुसार किया. लोकतंत्र का बात में ढोल पीटने वाली कांग्रेस समय-समय पर अपना असली चेहरा दिखा ही देती है. जब-जब कांग्रेस ने अपनी कथनी के विपरीत किया तब-तब कांग्रेस को उसका पूरा-पूरा खामियाजा भुगतना पड़ा. वास्तव में देश भी यही चाहता है कि कांग्रेस वही करे जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग उसके विरोधी हो जाए और हिसार चुनाव में कांग्रेस ने ठीक वैसा ही किया. यानी अन्ना टीम के साथ धक्का-मुक्की करके कौन खोद लिया. जिसका पता कांग्रेस को चुनाव नतीजे आने पर ही चलेगा तब तक तो बहुत देर हो चुकी होगी. और देश भी ऐसा ही चाहता है. 

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