Monday, July 11, 2011

क्या गारंटी है लोकपाल भ्रष्ट नहीं होगा " का राग अल्पाते रहते हैं. जहां तक गारंटी का सवाल है पूरी दुनिया में जन्म देने वाल्व माता-पिता के पास...


जन लोकपाल ज्यादा से ज्यादा पारदर्शी व दोषरहित बने के सुझाव देने के बजाए मीडिया सहित देश के अनेक बुद्धिजीवी लोग जन लोकपाल के रास्ते में कांटे बिछाने व ज्यादा से ज्यादा अड़चन डालने हेतु अपने दिमाग के घोड़े दौड़ा रहे हैं. ये लोग " क्या गारंटी है लोकपाल भ्रष्ट नहीं होगा " का राग अल्पाते रहते हैं. जहां तक गारंटी का सवाल है पूरी दुनिया में जन्म देने वाले माता-पिता के पास कोई गारंटी नहीं होती कि बच्चे की जन्म लेने के फ़ौरन बाद या 1 घंटे से लेकर 100 साल तक मौत नहीं होगी. यह गारंटी तो गारंटी मांगने वालों के पास व उनके माता-पिता के पास भी नहीं थी. क्या जन्म देना बंद हो गया ? बुद्धिजीवियों को स्वार्थ छोड़ कर देशहित में कारगर तरीके से कार्य करने वाले लोकपाल को बनाने में बुद्धि का सदुपयोग करना चाहिए ऐसी उनसे अपील की जाती है.

Saturday, July 9, 2011

अजीब विडम्बना है, PM भ्रष्टाचार व श्री राहुल बाबा " जमीन अधिग्रहण कानून " न बनाने को गठबंधन की मजबूरी बता रहे हैं.


सिरसा 10 जुलाई 2011. अजीब विडम्बना है, PM भ्रष्टाचार व श्री राहुल बाबा " जमीन अधिग्रहण कानून " न बनाने को गठबंधन की मजबूरी बता रहे हैं. 

Thursday, July 7, 2011

श्री राहुल गाँधी सहित कांग्रेस नेताओं व महिला आयोग को UP में वो बलात्कार तो दिखाई दिए जो हुए नहीं

सिरसा 07 जुलाई 2011. श्री राहुल गाँधी सहित कांग्रेस नेताओं व महिला आयोग को UP में वो बलात्कार तो दिखाई दिए जो हुए नहीं, लेकिन दिल्ली, मुंबई और हरियाणा में जो हुए, हो रहे हैं वे दिखाई नहीं दे रहे. कारण UP में चुनाव व बाकी प्रदेशों में कांग्रेस सरकारे.

Wednesday, July 6, 2011

गुमराह करने वाले देश को बताए कि त्यागपत्र स्वीकार करने के लिए PM के बजाए श्रीमती सोनिया जी को किसने चुना............

सिरसा 06 जुलाई 2011.
1.) PM कहते हैं कि वह कमजोर PM नहीं हैं.
2.) मंत्री व कांग्रेस नेता कहते हैं कि देश में समानांतर सरकार नहीं चलने दी जाएगी. केन्द्रीय मंत्री श्री मुरली देवड़ा द्वारा अपना त्यागपत्र ( जैसी खबर आ रही है ) PM के बजाए श्रीमती सोनिया जी गाँधी को सौंपा जाना क्या उपरोक्त दोनों को गलत साबित करने वाला उठाया गया कदम नहीं है ? श्रीमती सोनिया जी को त्यागपत्र देने में हमे कोई ऐतराज नहीं है. लेकिन सिविल सोसाइटी को किसने चुना कह कर देश को गुमराह करने वाले देश को बताए कि त्यागपत्र स्वीकार करने के लिए PM के बजाए श्रीमती सोनिया जी को किसने चुना ?
3.) UP कांग्रेस अध्यक्ष ने यह कह कर कि श्री राहुल गाँधी "मुद्दों" की राजनीति करते है , कांग्रेस नेता दिग्गी राजा सहित सभी नेताओं के साथ-साथ स्वयं की भी पोल खोल दी.
4.) आज पंजाब केसरी हिसार में दो लेखों में "
UPA सरकार पर कॉरपोरेट जगत का प्रभाव बढता दिखाई देने लगा है." दुसरे में " PM मनमोहन सिंह के सभी मंत्री किसी न किसी कॉरपोरेटर क्षेत्र से जुड़े हैं. " छपे. ऐसे में लगता है कि सरकार के पास काले धन व भ्रष्टाचार का विरोध करने वालों पर लाठियां बरसाना व अनशन किया तो ऐसा ही होगा की चेतावनी देने के सिवाय अच्छा करने के बयान देने के अतिरिक्त कुछ बचा ही नहीं जिसकी उम्मीद की जा सके.

Tuesday, July 5, 2011

आज शाही परिवार का सदस्य दिग्गी राजा स्वार्थपूर्ति हेतु श्री राहुल गाँधी के गुणगान में लगा हुआ है. जबकि कभी इनके पूर्वजों के गुणगान करने वालों की भीड़ लगी होती थी. जाहिर है शाही परिवार का हर सदस्य महान नही होता.

सिरसा 05 जुलाई 2011.
1.) माननीय रजत शर्मा जी, 4 जून को आपकी बात बाबा रामदेव जी से हुई जो बाद में जैसा आपने "
india tv " website पर लिखा चौंकाने वाली साबित हुई. इतनी बड़ी खबर जो पूर्ण सत्य थी को चैनल द्वारा प्रसारित न करना इससे भी ज्यादा चौंकाने वाला है. आप या आपका चैनल देश को बताएगा कि खबर का प्रसारण क्यों नहीं किया गया ? इसके साथ-साथ देश को यह भी जानकारी दी जाए 4 जून की खबर को 8 जून को वेबसाइट पर क्यों डाला गया.
2.) आज शाही परिवार का सदस्य दिग्गी राजा स्वार्थपूर्ति हेतु श्री राहुल गाँधी के गुणगान में लगा हुआ है. जबकि कभी इनके पूर्वजों के गुणगान करने वालों की भीड़ लगी होती थी. जाहिर है शाही परिवार का हर सदस्य महान नही होता. 

Monday, July 4, 2011

सिविल सोसाइटी को किसने चुना कह कर जहर फैलाने वाले देश को बताए कि जिन्होंने आजादी हेतु बलिदान दिया उनको तथा अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा व अफ्रीका में भारतीयों की दुर्दशा का विरोध करने वाले गाँधी जी को किसने चुना था

सिविल सोसाइटी को किसने चुना कह कर जहर फैलाने वाले देश को बताए कि जिन्होंने आजादी हेतु बलिदान दिया उनको तथा अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा व अफ्रीका में भारतीयों की दुर्दशा का विरोध करने वाले गाँधी जी को किसने चुना था ? वे सिविल सोसाइटी के ही लोग थे जिनकी कुर्बानी से आजादी मिली. आज देश पर राज करने वाले उसी पवित्र नाम से नफरत के साथ-साथ देश हित में आवाज उठाने वालों को पिटवाया जाता है, डराया जाता है कि देश हित में आवाज उठाने वालों को सबक सिखाया जाएगा. यह विडंबना ही है जब श्रीमति इंद्रा गाँधी के पांवो तले से जमीन खिसक गई " आपातकाल " की घोषणा कर दी गई. अब सरकार को पांवों तले से जमीन खिसकती नज़र आ रही है तो पुलिस कहर बरपाया जा रहा है.

Sunday, July 3, 2011

कांग्रेस का जो वर्ग राहुल गाँधी को PM देखना चाहता है के लिए सुनहरा अवसर है. चूक गए तो हो सकता है आठ साल तक इन्तजार करना पड़े....‏

1.) कांग्रेसनुसार P.M. लोकपाल के दायरे से बाहर होना चाहिए, क्योंकि PM एक व्यक्ति नहीं एक संस्था है. अब जब "संस्था" ने स्वयं ही दायरे में रहना मान लिया तो कांग्रेस को संस्था की बात पूरे आदर सहित मानने में गुरेज़ होना कांग्रेस की कथनी और करनी एक नहीं को प्रमाणित करता है. कांग्रेस को उनके साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए जिन्होंने सत्ता पर बैठाया.
2.) कांग्रेस का जो वर्ग राहुल गाँधी को PM देखना चाहता है के लिए सुनहरा अवसर है. चूक गए तो हो सकता है आठ साल तक इन्तजार करना पड़े.   
3.) यह देश का दुर्भाग्य है कि पहले देश स्वार्थी राजाओं, नवाबों के कारण 300 साल गोरों का गुलाम रहा. आज़ादी के बाद अब स्वार्थी नेता/नौकरशाहों के कारण भ्रष्टाचार, महंगाई, कालाधन, मिलावटखोरी, हवाला आदि-आदि का गुलाम. 

Friday, July 1, 2011

विजय चोपड़ा जी , आपके " ऊँचे लोग नीची करतूतें" लेख जैसा स्तरहीन बेकार लेख आज तक नहीं पढ़ा. आप एक बहुत बड़े समूह के मालिक


सिरसा 01 जुलाई 2011. 
1.) विजय चोपड़ा जी , आपके " ऊँचे लोग नीची करतूतें" लेख जैसा स्तरहीन बेकार लेख आज तक नहीं पढ़ा. आप एक बहुत बड़े समूह के मालिक होने के साथ-साथ " Editor in Chief " भी हैं. आज देश भ्रष्टाचार, महंगाई, कालाधन वापसी, बढ़ते अपराध, मिलावटखोरी, अपहरण, बलात्कार, हत्या, NAC का खतरनाक विधेयक, नक्सलवाद सहित अनेकों समस्याओं से देश त्राहि-त्राहि कर रहा है, अनाज सड़ रहा है, गरीब भूख से बिलबिला रहे है. ऐसे में देश हित हेतु इन समस्याओं पर कारगर लेख के बजाए जो लिखा को पढ़ कर हम पाठक इस दुविधा में हैं कि आपको किस श्रेणी में रखा जाए. आप पर छोड़ा जाता है.   
2.) 
 
श्रद्धेय स्वामी जी, INDIA T.V. Website 8 जून खबरनुसार 4 जून को आपने उसके रिपोर्टर को जानकारी दी कि आपको किसी ने पुख्ता ख़बर दी है कि " आधी रात को हजारों पुलिस वाले शिविर खाली करवाने की कौशिश करेंगे , आग लगा कर या गोली चला कर आपको मार सकती है. " इतनी बड़ी ख़बर को चैनल ने देश को दिखाया नही वहीं आपने भी प्रेस वार्ता के दौरान इसका खुलासा नहीं किया. कारण आप जाने. सबसे बड़ी विडंबना तो यह है कि 8  जून को हमें पता लगने पर हमने जैसा INDIA T.V. पर लिखा गया वह मीडिया को भेजने के साथ-साथ मीडिया के twitter व facebook पर भी डाला. लेकिन किसी के कान पर जूं नहीं रेंगी.